भोज मुक्त विश्वविद्यालय एक बार फिर सवालों के घेरे में

भोज मुक्त विश्वविद्यालय एक बार फिर सवालों के घेरे में
परीक्षा में सम्मिलित बच्चों को अनुपस्थित बताकर कर रहे भविष्य के साथ खिलवाड़
किसी को प्रैक्टिकल में अनुपस्थित तो कीसी को मुख्या परीक्षा में ही अनुपस्थित कर दिया
संवाददाता गोपाल आंजना
उज्जैन मप्र
ये एक दो नहीं ऐसे सेकड़ो बच्चे हे जो इन आँख मूंदे परिणाम जारी करने वाले निकम्मे अधिकारियो कर्मचारी की लापरवाही की सजा भुगत रहे हे
कहने को तो भोज मुक्त विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा पद्धति का एक सर्वोत्तम उदाहरण मध्यप्रदेश में है
लेकिन लापरवाह और निकम्मे अधिकारियों के जमावड़े ने यूनिवर्सिटी को डुबाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं
19 जून को भोज मुक्त विद्यालय की परीक्षाएं प्रारंभ हो रही है 4 दिन शेष बचे हैं लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय अपनी गलतियों को नहीं सुधार पाया है और ना ही इन विद्यार्थियों का परिणाम अपडेट किया गया है
ऐसे में इनका भविष्य अधर में अटका हुआ है
इस संबंध में जब स्व. तुकोजी राव पवार कॉलेज देवास से भोज के समन्वयक साधव जी से बात गई तो उन्होंने जानकारी देते हुवे बताया की छात्र-छात्राएं परीक्षा में सम्मिलित थे और वह उपस्थित हैं जिनकी जानकारी हमारे द्वारा पूर्व में ही यूनिवर्सिटी को भेज दी गई थी
परीक्षा का मूल्यांकन कराना परिणाम जारी विश्वविद्यालय द्वारा किया जाता है जो भी त्रुटि हुई है यूनिवर्सिटी से हुई है
वही इस संबंध में जब क्षेत्रीय केंद्र उज्जैन पर बात की गई तो प्रकाश चौरसिया द्वारा बताया गया कि छात्रों के संशोधन संबंधित प्रकरण यूनिवर्सिटी को भेज दिए गए हैं जल्द ही इन का परिणाम अपडेट कर दिया जाएगा
प्रवेश मूल्यांकन के डायरेक्टर एलपी झारिया से संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने हमेशा की तरह इस बार भी कॉल उठाना मुनासिब नहीं समझा