बिना सूचना के इकाई भूखण्ड का जीयाडा (बोकारो ) के अधिकारियों ने किया निरस्त निरस्ती आदेश किसी दूसरे के नाम जारी
औधोगिक क्षेत्र बालीडीह में बसी है. इन उधमियों को बालीडीह स्थित कार्यालय जियाडा (बोकारो) द्वारा इकाइयों के लिए भूखंड आवंटन करने का काम किया जाता है और अगर इस जिम्मेदारी पूर्ण कार्यभार को संचालित करने वाले कार्यालय के अधिकारियों से गलती हुई तो उस क्षति की पूर्ति कौन करें और कैसे करें .आपको ज्ञात हो कि बालीडीह औद्योगिक क्षेत्र फेज- 3 में अवस्थित बिहार सेफ्टी लेदर कंपनी के संचालक तारकेश्वर सिंह ने जियाडा के अधिकारियों पर आरोप लगाया है,कि जियाडा अधिकारियों द्वारा असंवैधानिक तरीके से मेरे इकाई का निरस्त आदेश जारी कर दिया गया है नीरस्ती आदेश किसी दूसरे इकाई के नाम से जारी है,मामला यहीं खत्म नहीं होता बल्कि छुट्टी के दिन झारखंड के राष्ट्रीय पर्व सरहुल पर्व के दिन प्लॉट को खाली करने की मौखिक रूप से धमकी भी दी जाती है. तारकेश्वर सिंह का आरोप है कि इसी प्लॉट के आवंटन प्रक्रिया का सभी आदेश प्रक्रिया पूर्ण होने की खुशी में उसी आवंटित भूखंड इकाई पर एक छोटा सा पार्टी रखा. जिसमें जियाडा बोकारो अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया और आमंत्रण में अधिकारी आए भी जिनमें मुख्य रुप से जियाडा बोकारो के अमीन भीम महतो, गजेन्द्र प्रसाद गांधी (टंकक)एवं गणेश यादव सम्मिलित हुए और मिठाई भी खाया जाते-जाते उस भू-खण्ड को पाने की तारकेश्वर सिंह को शुभेक्षा भी दिया. अब उन्हीं अधिकारियों द्वारा प्लॉट निरस्त होने की सूचना देकर प्लॉट खाली करने की धमकी भी दी जा रही है .इस संबंध में पीड़ित तारकेश्वर सिंह ने कहा, लिखित शिकायत उद्योग सचिव व प्रतिलिपि मुख्यमंत्री व डी.सी.के साथ सम्बन्धित सभी विभाग को दिया गया है. इस विषय पर त्वरित कार्यवाही कर सकारात्मक संदेश उधमियों के लिए छोड़ें.
विजय तिवारी
संवाददाता बोकारो, झारखण्ड से