दिग्विजयनाथ इंटर कॉलेज चौक बाजार में धूम-धाम से मनाया गया शिक्षक दिवस | सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया रहे मुख्य अतिथि |

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गिरिजानन्द शर्मा

ब्यूरो हेड-महराजगंज

मोब-9415243456

महराजगंज/चौक बाज़ार। दिग्विजयनाथ इंटर कॉलेज चौक बाजार में शिक्षक दिवस सम्मान समारोह का आयोजन प्रधानाचार्य डॉ.हरिन्द्र यादव के आयोजकत्व में सम्पन्न हुआ जबकि संचालन विद्वत शिक्षक डॉ. राकेश कुमार तिवारी ने किया। मुख्य अतिथि सदर विधायक जय मंगल कन्नौजिया ने माँ सरस्वती ,पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी और ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ जी के चित्र पर पुष्प अर्पित और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य एवं योगदान देने वाले तमाम शिक्षक सम्मानित किए गए। मुख्य अतिथि सदर विधायक जय मंगल कन्नौजिया ने कहा कि शिक्षक समाज का वह मोती है, जो अपनी आभा से एक सुदृढ़ एवं सुसंस्कृत समाज का निर्माण करता है।शिक्षक वह नहीं जो छात्र के दिमाग में तथ्यों को जबरन ठूंसे बल्कि वास्तविक शिक्षक तो वह है जो उसे आने वाले कल की चुनौतियों के लिए तैयार करे । महान शिक्षाविद्, श्रद्धेय डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी ने जिस शिक्षित और सामर्थ्यवान देश का सपना देखा था उस भारत के निर्माण में सदैव अपना हरसंभव योगदान देने के लिए कटिबद्ध है। आज शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर सभी गुरुजनों को सादर प्रणाम कर शुभकामनाएं देता हूं और डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर नमन करता हूं। विशिष्ट अतिथि पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष कृष्ण गोपाल जायसवाल ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होता है। उनकी भूमिका काफी उल्लेखनीय है। यही वजह है कि समाज में शिक्षकों को विशिष्ट स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का एक एक पल हर क्षेत्र में वर्तमान पीढ़ी के निर्माण और विद्यार्थियों के मार्ग दर्शन कर राष्ट्र निर्माता बनाने का है।

प्रधानाचार्य पनियरा राजकीय इंटर कालेज रामाज्ञा प्रसाद ने कहा कि शिक्षक अपने सेवाकाल में तो राष्ट्र की सेवा करते हुए बच्चों के भविष्य का निर्माण करता ही है। साथ ही वह समाज का भी मार्ग प्रशस्त करता है। उनके द्वारा किए गए प्रयासों के परिणाम भले ही विलंब से आते हैं, लेकिन वे ठोस और मजबूत होते हैं। प्रधानाचार्य गणेश शंकर विद्यार्थी स्मारक इंटर कालेज विजय बहादुर सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक यानि गुरु का सम्मान करने की परंपरा कोई नई नहीं है,यह परंपरा हमारी सनातन परंपरा है और यही कारण है कि अनादि काल से देश को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी स्थान प्राप्त है।जीवन में सफल होने के लिए शिक्षा सबसे ज्यादा जरुरी है। शिक्षक सम्मान की इस परंपरा को जीवित बनाए रखने का हम सबको प्रयास करना चाहिए। प्रधानाचार्य दिग्विजयनाथ इंटर कालेज डॉ. हरिन्द्र यादव ने अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षक का स्थान सबसे ऊंचा है। घर की पहली शिक्षा तो माता-पिता से बेटे और बेटियों को मिलती है। लेकिन असली शिक्षा शिक्षक ही देता है। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर राकेश कुमार तिवारी द्वारा किया गया इस अवसर पर सम्मानित होने वाले सभी शिक्षक शिक्षिका प्रधानाचार्य प्रधानाचार्या प्रधानाध्यापक प्रधानाध्यापिका उपस्थित रहे।

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