उत्तराखंड-जौनसार बावर के लोक कलाकार डॉ नंदलाल भारती को मुंबई कौथिक अंतरराष्ट्रीय जनजाति जौनसारी लोक संस्कृति के पिता म्हा की दी उपाधी
उत्तराखंड देहरादून से संजय वर्मा की रिपोर्ट
मुंबई में अंतरराष्ट्रीय जनजातीय लोक कलाकार नंदलाल भारती को जौनसारी लोक संस्कृति के पितामह की उपाधि के साथ संबोधित करते हुए देते हुए सम्मानित किया गया इस अवसर पर उत्तराखंड के ख्याति प्राप्त सिनेमा आर्टिस्ट वह उद्योगपति व कौथिक फाउंडेशन के मुखिया केसर सिंह बिष्ट जी तथा गढ़वाली फिल्म जगत की विभूतियां उपस्थित रही कौथिक फाउंडेशन ने मुक्त कंठ से नंदलाल भारती की प्रशंसा की और कहा कि यह जौनसारी संस्कृति के पितामह है इन्होंने कौथिक के आगाज से लेकर 2023 तक कौथिक मंच को समय-समय पर उत्तराखंड की वह जनजाति क्षेत्र जौनसार बावर की अनुपम अनूठी सांस्कृतिक धरोहर से मुंबई को रूबरू कराया है कौथिग में उन्होंने अपने वृद्ध सांस्कृतिक दल के साथ कौथिक मंच पर दीपावली वह विश् महोत्सव पर होने वाले नृत्यों का बहुत बारीकी से प्रदर्शन किया, तो मुंबई वासियों ने उनकी उस कला को सिर माथे पर लिया, जिसमें हाथी नृत्य, दीपावली पर्व पर मनाए जाने वाला होलियात रात नृत्य तथा पारंपरिक त्यौहार में ठोड़ा नृत्य,जंगा बाजी परात नृत्य,श्री महासू देवता के स्तुति के साथ-साथ पांडव नृत्य, तथा कृषि पर आधारित लोक नृत्य, जनजाति क्षेत्र जौनसार बावर की पारंपरिक वेशभूषा वह परंपरागत गहनों से सुसज्जित लोक कलाकारों ने पहाड़ को मंच पर साकार कर दिया था,10 दिनों तक प्रत्येक लोक विधा का उन्होंने बारीकी से प्रदर्शन किया आज कौथिक फाउंडेशन सैकड़ों लोक कलाकारों को मंच प्रदान कर चुका है, फिर भी जनजाति क्षेत्र जौनसार बावर की लोक कला का प्रतिवर्ष मुंबई वासियों को इंतजार रहता है, कौथिक फाउंडेशन के मुखिया केसर बिष्ट ने नंदलाल भारती को स्मृति चिन्ह पुष्पगुच्छ वह शॉल उड़ाकर सम्मान करते हुए कहा की नंदलाल भारती जैसे लोग कलाकारों को सम्मानित करना कौथिग मंच स्वयं को गौरवान्वित महसूस करता है, उन्होंने नंदलाल भारती को भविष्य में भी और कोथिग फाउंडेशन को योगदान के लिए निवेदन किया, वह आर्थिक फाउंडेशन के तरफ से आभार व्यक्त किया, इस अवसर पर डाक्टर नंदलाल भारती ने और कौथिक के मंच को लोक संस्कृति की गंगोत्री कहते हुए, संबोधित किया उन्होंने अपने संबोधन में कहा की लोक संस्कृति की इस गंगोत्री को गोमुख से समुंद्र तक पहुंचाने के लिए केसर बिष्ट वह कौथिक फाउंडेशन ने भगीरथ प्रयास किया है, आज कौशिक मंच कोई साधारण मंच नहीं है, यहां पर उत्तराखंड का बद्री केदार,गंगा यमुना,ब्रह्म कमल,बुरास तथा मूर्छित पड़ी लोक संस्कृति को संजीवनी बूटी का काम किया है,कौथिक मंच मुंबई में हर कलाकार अपनी प्रस्तुति के लिए बेताब रहता है, कौथिक फाउंडेशन ने बहुत सारे उत्तराखंड के लोक कलाकारों को मंच प्रदान करने के साथ-साथ उन कलाकारों के अंदर लोक कला व लोक संस्कृति के प्रति ऊर्जा वह उत्साह भरने का काम किया है, अंत में सभी उत्तराखंड के प्रवासियों को प्रणाम करते हुए 2024 में अपना मंच पर मिलने का संदेश देते हुए कौशिक मंच वह मुंबई को अलविदा किया इस अवसर पर उत्तराखंड के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल एवं प्रसिद्ध अभिनेता हेमंत पांडे फिल्म निर्माता देबू रावत जी के अतिरिक्त उद्योग जगत की बहुत सारी मानी हुई हस्तियां भी मच पर उपस्थित रही,