रातों रात खुद गया पर्कुलेशन टेंक, एक ही रात कैसे खुद सकता है मजदूरों से

रातों रात खुद गया पर्कुलेशन टेंक, एक ही रात कैसे खुद सकता है मजदूरों से
जेसीबी से छीना जा रहा मजदूरों का हक
दमोह
तेंदूखेड़ा/जनपद पंचायत तेंदूखेड़ा की ग्राम पंचायतों में इन दिनों मनरेगा का काम मजदूरों की बजाय मशीनों से कराया जा रहा है। जनपद तेंदूखेड़ा ग्राम पंचायत तेजगढ़ मनरेगा योजना तहत होने वाले परकूलेशन टैंक निर्माण कार्य एक ही रात में हो रहे हैं जो मशीन से कार्य किया जा रहा है। पंचायत तेजगढ़ मनरेगा योजना तहत परकूलेशन टैंक निर्माण कार्यक्षेत्र में जेसीबी मशीनों के पंजों के निशान स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। मजदूरों का हक छीना जा रहा है जवकि कागजों में मस्टर डल रहे हैं। मजदूरों को उनका हक़ और दो टाइम की रोटी मुहैया कराई जाएं इसी को ध्यान मे रखते हुए रोजगार गारंटी यानि मनरेगा योजना सरकार ने लागू की है। लेकिन अधिकारी कर्मचारी सरकार के मंसूबों पर पानी फेरा जा रहा है। जनपद मे रोजगार गारंटी के तहत होने वाले सभी कार्य मशीनों से किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ मज़दूर मजदूरी के लिए यहां वहां भटकने अन्य बड़े शहरों को पयायन करने मजबूर हैं। उनके सामने रोज़ी रोटी का संकट है। वही सीएम हेल्पलाइन 181 पर भी शिकायत की फिर भी आज तक निराकरण नहीं हो पा रहा है जनपद में ही बैठे बैठे उपयंत्री द्वारा कार्य का निराकरण कर दिया गया, ऐसे में सीएम हेल्पलाइन के नाम पर अधिकारी जनता से खिलवाड़ कर रही हैं और मनचाहे ढंग से निराकरण कर दे रहे हैं वही तेजगढ़ ग्राम पंचायत में हाई स्कूल के पास परकुलेशन टैंक एजेंसी सरपंच सचिव रोजगार सहायक उपयंत्री जनपद पंचायत में बैठे अधिकारीओ द्वारा घर बैठे निर्माण कार्य का मुल्यांकन कर दिया जाता है मिली भगत से मशीनों से काम कराकर फर्जी मस्टर रोल बनाकर राशि निकाला लेते हैं। ऐसा भी नहीं इसकी जानकारी अधिकारियों को न हो लेकिन कमीशन खोरी के चलते सब मौन है। जिसकी ग्रामीणों द्वारा शिकायत अधिकारीयों से की जाती है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। जिसमें सरपंच सचिव रोजगार सहायक सचिव मनरेगा के सभी कार्य मशीनों से करवा रहे हैं जिसमें अधिकारियों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होता है।
इस संबंध में जनपद पंचायत तेंदूखेड़ा सीईओ हलदर मिश्रा से बात की तो उन्होंने बताया कि शिकायत का निराकरण उपयंत्री द्वारा किया गया है यदि जांच सही नहीं हुई है तो मैं फिर से जांच करवाता हू
इनका कहना है
आप फोटो भेज दीजिए हम दिखवा लेते हैं
अजय श्रीवास्तव, सीईओ जिला पंचायत दमोह
