रंग पंचमी पर लगने वाले मेले का सफलता पूर्वक हुआ समापन, लाखों श्रद्धालुओं ने किये दर्शन

पवित्र धाम करीला में वर्षों से लगने वाले मेले में पूरे देश के लाखों भक्तों ने माता जानकी के दर्शन कर लाभ लिया।, यह मेला प्रत्येक वर्ष होली के बाद आने वाली रंग पंचमी पर लगता है इस स्थान पर माता जानकी के साथ लव कुश और ऋषि वाल्मीकि जी विराजमान है। यहां पूरे देश की नृत्यांगनाओं द्वारा माता के दरवार में नृत्य प्रस्तुत किया जाता है और लाखों की संख्या में दूर दूर से पधारे हुए श्रद्धलुओं द्वारा मन्नत पूरी होने पर माँ जानकी की दरवार में नृत्य कराया जाता है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 20 से 25 लाख लोगों ने माता की दर्शनों का लाभ लिया । इस मंदिर की मान्यता है कि यहां जो भी भक्त अपनी मन्नत मांगता है माता जानकी उसकी मन्नत अवश्य पूरी करती हैं। इस मेले में शासन द्वारा भी पूरी तैयारी की गई थी और यातायात सुचारू रूप से चलता रहे इसका भी शासन द्वारा सही रूप से संचालन किया गया ,साथ ही साथ रास्ते मे कई लोगो द्वारा और समितियों द्वारा बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पानी, नाश्ता और अन्य व्यवस्था के लिए भंडारे आदि की व्यवस्था की गई जिससे लोगो को बहुत सुबिधा हुई। यह मेला पिछले कई वर्षों से लगातार लगता आ रहा है।
मुंगावली से रामबाबू विश्वकर्मा की रिपोर्ट