अस्पताल की सफाई व्यवस्था चरमराई गंदगी का अंबार

कलेक्टर की जिला अस्पताल के लिए की जा रही मेहनत पर सिविल सर्जन और अस्पताल प्रबंधन का लापरवाही पूर्वक कारनामा
जिला कलेक्टर संदीप जीआर के बार बार जिला अस्पताल के निरीक्षण करने के बाद भी सिविल सर्जन डॉक्टर जीएल अहिरवार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। आप इन तस्वीरों को देखकर स्वयं अंदाजा लगा सकते हैं कि जिला अस्पताल के हालात किस तरह बद से बत्तर बने हुए हैं।गंदगी इस तरह की जिला अस्पताल में आने वाले मरीज व उनके परिजन ठीक होने के बजाय और बीमार हो जाये। इसके बाबजूद भी जिम्मेदार लोग आँख बंद किये हुए है।ऐसा लगता है जैसे कलेक्टर के आदेश और निर्देशन जिला अस्पताल प्रबंधन के लिए कोई मायने ही नही रखते हो। शायद यही कारण है कलेक्टर के बार बार निरीक्षक के बाद जिला अस्पताल का ये आलम है। कलेक्टर जिस प्रकार जिला अस्पताल की ब्याबस्ताओ के लिए मेहनत करते देखे जा रहे है उसके विपरीत लगता है कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा कलेक्टर के आदेश कोई मायने नहीं ,इस प्रकार कलेक्टर के आदेश की धज्जियां उड़ाने बालो और लापरवाही पूर्वक कार्य करने बालो पर कब कार्यवाही होगी
छतरपुर एमपी से
विषेश संवाददाता अनुरुद्ध मिश्रा