तालचेर जिला आंदोलन 100 दिनों तक पहुंचा ।

अंगुल जिले के तालचेर को विशेष जिला घोषित करने की मांग को लेकर उपजिलापाल के कार्यालय परिसर में आयोजित शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को आज 100 दिन हो गए हैं। 1993 में, ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बीजू पटनायक ने तालचेर में घोषणा की कि जब राज्य सरकार एक नया जिला बनाने की प्रक्रिया शुरू करेगी, तब तालचेर को जिला नंबर 31 घोषित किया जाएगा। फिलहाल राज्य सरकार ने नए जिले घोषित करने की तैयारी शुरू कर दी है। तलचर वासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करे राज्य मुख्यमंत्री श्री युक्त नबिन पटनायक के दिवंगत पिता बीजू पटनायक, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के वादे से तालचर के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा किया जाए. तालचेर-पल्हाड़ा और परजंग क्षेत्र अलग तालचर जिला घोषित करने की मांग कर रहे हैं। जबकि राज्य और केंद्र सरकार को तालचर से हजारों करोड़ रुपये से अधिक राजस्व प्राप्त हो रहा है, इस क्षेत्र का समुचित विकास नहीं हो पाया है। खदानों और कारखानों के कारण यहां हमेशा कानून व्यवस्था की स्थिति बनी रहती है। चूंकि पल्हाड़ा और परजंग क्षेत्रों के जिला कार्यालय दूर हैं, इसलिए क्षेत्र के निवासियों को उचित प्रशासनिक सेवाएं मिल सकती हैं। पल्हाड़ा एवं परजंग क्षेत्र के जिला कार्यालयों के बीच दूरी होने के कारण क्षेत्र के निवासियों को समुचित प्रशासनिक सेवाएं नहीं मिल पा रही है तथा क्षेत्र में आशानुरूप सुधार नहीं हो सका है। 100 दिन की शांति के उपलक्ष्य में आज दोपहर हटोटा क्षेत्र के आसपास जुलूस निकाला गया। आज की पत्रकार वार्ता और जुलूस में श्री चैतन्य प्रधान, पद्माचरण सामल, अभय मणि, बिनोद लाल, संजीव नाइक, प्रफुल नाइक, बौरीबंधु बेज, सुकांत दास, बलराम कुंड, केशव जस्तिया, रंजीत कुमार महापात्रा, राजलक्ष्मी जेना, मौनावती नाहक, शोवागिनी देवी, रोबलता श्रीवास्तव, कचनबाला मल्लिक, नीलम लाल, रंजीत नाइक, अर्जुन घमटिया, उबूद पटनायक, पैडमैन जेना, विजय महाराणा, जितेंद्र दास, हरेकृष्ण महापात्रा, प्रदीप महापात्रा, गगन दास, अंशमणि महापात्रा, अक्षय गाड नाइक, वीरेंद्र खडवाल, विभी साहू, भूपेन थंबा., हरिहर दास, सेनानी केशरी कुर सहित सैकड़ों स्थानीय लोग इस विचार से जुड़ गए हैं।
जिला प्रमुख श्री मनोरंजन गडनायक चाणक्य न्यूज इंडिया, अंगुल, ओडिशा की रिपोर्ट।