दमोह जिले में छात्र छात्राओं ने किया विरोध प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन

मध्यप्रदेश में विगत महीनों पहले राज्य कर्मचारी आयोग द्वारा ग्रुप 2 सब ग्रुप 4 पटवारी भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी जिसके परिणाम आयोग द्वारा घोषित किए हैं जिसमें परिणाम एक तथा कथित कॉलेज से परिणाम सूची में 10 टॉपर्स शामिल है जिससे परिणामों को लेकर मध्यप्रदेश भर में विरोध किया जा रहा है कि कैसे संभव है कि एक ही सेंटर से 10 टॉपर? यह पूरा वाक्य संदिग्ध ही माना जा रहा है। जिसको लेकर दमोह जिले के छात्र छात्राओं में भी असंतोष व्यक्त किया है और गुरुवार के दिन जिले भर के छात्र छात्राओं ने जोकि वर्तमान में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं ने विरोध करते हुए एक रैली निकाली जिसमें उन्होंने नारेबाजी करते हुए कलेक्टोरेट पहुंचे जहां पर उन्होंने 10 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है, उक्त ज्ञापन में बताया गया है कि… अभी हाल ही में व्यापम द्वारा ग्रुप 2 सब ग्रुप
लिस्ट जारी की गई जिसमें टॉप 10 छात्रों में से 7 छात्र
की भर्ती परीक्षा से संबंधित टॉप 10 अभ्यर्थियों की
ग्वालियर के NRI कॉलेज के परीक्षा केंद्र से हैं
साथ ही इन टॉपर की उत्तर पुस्तिका का अध्ययन करने पर हमें मिला है कि छात्रों ने अपने परीक्षा फॉर्म में अपने
हस्ताक्षर हिंदी में किए है जबकि इन लोगों ने अंग्रेजी विषय के पेपर में 25 में से 25 नंबर प्राप्त किए हैं इनमें से कुछ छात्र ऐसे हैं जिन्होंने पहली बार एग्जाम दी और उसमें टॉप कर दिया।
महिला अभ्यर्थी जिन्होंने पटवारी जॉइनिंग के लिए प्राथमिकता दी है जबकि सर्वाधिक नंबर होने पर पटवारी से उच्च स्तर की पोस्ट का विकल्प था। परीक्षा में उत्तर देते समय इन्होंने उन्हीं विकल्पों का चयन किया है जो कुछ
विकल्प व्यापम द्वारा गलती से कुछ प्रश्नों के उत्तर में दे दिए गए थे ऐसा प्रतीत होता है जैसे इन्हे व्यापम द्वारा
जारी उत्तर पुस्तिका पहले ही मिल चुकी थी। इन सभी कारणों के साथ और भी घटनाएं है जिससे समझ में
आता है ग्वालियर के NRI कॉलेज में पेपर लीक को अंजाम दिया गया.
- उक्त भर्ती, जिस परीक्षा एजेंसी से कराई जा रही है वह कंपनी केंद्र सरकार द्वारा ब्लैक लिस्ट की हुई है। फिर
भी ESB ने इस ब्लैक लिस्टेड कंपनी को टेंडर दिया। - परीक्षा पेपर में प्रश्न को लेकर सवाल खड़े हुए है कि एक पेपर मे 30-35 प्रश्न गलत है, कुछ के उत्तर गलत है, कुछ डाटा से बाहर है फिर भी इनके इतने अधिक नंबर आना सन्देह से भरा है
- जब परीक्षा चल रही थी तब ग्वालियर, मुरैना, सागर के कुछ संदिग्ध पकड़ाए थे जो पैसा लेकर थंब क्लोन
- भर्ती परीक्षा मे जानबूझकर परीक्षार्थी को पास के सेंटर छोड़कर 400-500 KM दूर सेंटर दिए गए, (ऐसा
किस उद्देश्य से किया पता नहीं) - जून 2023 की खबर है कि ESB ने भर्ती बिना जैमर के करा दी गयी जबकि ऑनलाइन भर्ती परीक्षा में
जैमर अत्यंत जरूरी है। - विगत वर्ष 2022 से शिक्षक भर्ती वर्ग 3 की परीक्षा में भी फर्जीवाड़ा सामने आया था जिसमे ANYDESK
के जारिये स्क्रीन शेयर कर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया था, तब भी यही ब्लैक लिस्टेड परीक्षा एजेंसी थी। उन्हीं 10 टॉपर्स का विषय विशेषज्ञों की उपस्थिति में मिडिया ट्रायल कराया जाए।
ये समस्त जॉच समय बद्ध तरीके से 10 दिन में ही पूर्ण की जाए।
उपरोक्त जांच पूरी होने तक डॉक्यूमेंट्स वारफिकेशन और नियुक्ति की प्रक्रिया को लंबित किया जाय।आगे आने वाली समस्त परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन को बन्द कर परीक्षाओं को ऑफलाइन मोड में
आयोजित किया जाय।
दिव्यांग कोटे में पात्रता हेतु कई अभ्यर्थियों द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र बनवाए जा रहे हैं जिनकी जांच करवा
कर दोषियों को सजा हो।
युवा ,पूर्ण परीक्षा की CBI जांच al
हो। टॉप 10 टॉपर्स की पूरी विडियो ग्राफी जिसमे उनका रिस्पॉन्स टाइम प्रदर्शित होता हो उसे जारी किया
जाय।