बहराइच डॉ. सत्यभूषण सिंह से खास बातचीत

बहराइच से पंकज कुमार शुक्ला की रिपोर्ट
हिंदी पत्रकारिता दिवस पर कैसरगंज मैं 26 वर्ष पूर्व कैसरगंज टाइम्स नाम से साप्ताहिक समाचार पत्र प्रकाशन में सहयोग देने वाले डॉ. सत्यभूषण सिंह ने बताया कि हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में बहराइच और कैसरगंज के पत्रकारों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने अपने बड़े भाई सत्यवीर सिंह संपादक के साथ मिलकर 1997 में कैसरगंज टाइम्स नाम से साप्ताहिक समाचार पत्र का प्रकाशन किया था।इसका प्रकाशन एक वर्ष तक होता रहा। उनका कहना है कि इस समाचार पत्र के प्रकाशन के पीछे मूल उद्देश्य स्थानीय खबरों से जनता को जोड़ना था क्योंकि उस समय बड़े समाचार पत्रों में क्षेत्रीय समाचारों को स्थान नहीं मिल पाता था। उस कमी को पूरा करने के लिए उन्होंने अपने बड़े भाई के साथ मिलकर इस समाचार पत्र का प्रकाशन प्रारंभ किया था। वह उस समय को याद करते हैं कि जब ट्रेडिल मशीन से मैनुअल कंपोजिंग के द्वारा समाचार पत्र का प्रकाशन उनके द्वारा किया गया था। आज के युग में वैज्ञानिक प्रगति में समाचार पत्रों के प्रकाशन को सरल बना दिया है लेकिन आज से छब्बीस वर्ष पूर्व बड़े भाई श्री सत्यवीर सिंह के संपादन में प्रकाशित होने वाले कैसरगंज टाइम्स का प्रकाशन कितना कठिन था वह उसे याद करते हैं। इस समाचार पत्र के प्रकाशन में उनके स्वर्गीय पिता सत्यव्रत सिंह का भी बहुत बड़ा योगदान था। स्थानीय लोगों के सहयोग से एक वर्ष तक लगातार प्रकाशित होने वाला यह समाचार पत्र कैसरगंज की जनता की आवाज बन गया था।इसके साथ ही वह कैसरगंज क्षेत्र व बहराइच में पत्रकारिता के क्षेत्र में लंबा योगदान देने वाले सतीश श्रीवास्तव, अजय त्रिपाठी, प्रमोद शुक्ला, मुकेश पांडेय, मनीष श्रीवास्तव और परमजीत सिंह को भी साधुवाद देते हैं। जिन्होंने हिंदी पत्रकारिता को स्थापित करने में अपनी लेखनी से लंबा योगदान देते हुए जन समस्याओं को उठाया है उनका वह अन्य पत्रकार मित्रों का यह योगदान हिंदी पत्रकारिता के लिए मील के पत्थर के समान है।