स्कुली बच्चों ने तम्बाकू मुक्त युवा अभियान में जागरूकता रैली निकाली

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स्कुली बच्चों ने तम्बाकू मुक्त युवा अभियान में जागरूकता रैली निकाली

गुरमुख सिंह/फतेहपुर

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के फतेहपुर ब्लॉक के अंतर्गत आदर्श राजकीय विद्यालय के बच्चों ने तंबाकू की रोकथाम से जुड़े कोटपा कानून के ऊपर जागरूकता रैली निकाली। नाड़ा इंडिया फाउंडेशन के युवा जागेगा तम्बाकू भागेगा! अभियान के तहत इस रैली का आयोजन किया गया। तंबाकू उत्पादों के हानिकारक प्रभावों को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इस जागरूकता अभियान में कांगड़ा जिले के स्कूली बच्चे बड़ चढ़ कर भाग लिया।

स्कूल के प्रिंसिपल श्री सुधीर कुमार ने कहा, हर साल तंबाकू के इस्तेमाल से लाखों लोग अपनी सेहत गंवा देते हैं जोकि चिंता का विषय है। तंबाकू उद्योग का लक्ष्य युवा वर्ग या बच्चे हैं, इसके लिए प्रयोग से बचने के है के कार्यकर्म बहुत जरूरी हैं । तंबाकू से दूर रहने के लिए जागरूकता कार्यकर्मो का महत्व है।

विद्यालय के खेल प्रभाग के प्रभारी श्री नीतीश कुमार ने बताया कि नाडा इंडिया फाउंडेशन का प्रयास सराहनीय है ।जागरूकता रैली की स्वास्थ्य महत्त्व की चीज होती है। युवाओं की सेहत बचाने के लिए युवा केन्द्रित कार्यक्रम होने चाहिए।ऐसे अभियान भविष्य की नीव रखेंगे। बदलाव की कड़ी बनेंगे। नाडा यंग इंडिया नेटवर्क के प्रयास इस दिशा में सराहनीय हैं ।

आज की रैली में नाडा यंग इंडिया नेटवर्क ने युवा जागेगा तम्बाकू भागेगा! नारे का महत्व रेखांकित किया। विद्यार्थियो की भागीदारी से तम्बाकू की रोकथाम की दिशा में एक सराहनीय पहल ली गई। जागरुकता रैली में कुल 600 विद्यार्थियों समेत स्कूल स्टाफ ने भाग लिया। नाडा इंडिया युवा नेटवर्क के सदस्यों ने इसमें बढ़ चढ़कर साथ दिया। कोटपा अधिनियम 2003 एवम तम्बाकू मुक्त युवा के तहत नाडा इंडिया फाउंडेशन ने युवाओं के माध्यम से प्रदेश स्तरीय इस कैंपेन की शुरुआत शिक्षा विभाग के सहयोग से की है। जिसका मुख्य उद्देश्य कैंपस में स्वास्थ को सुनिश्चित करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के संदेश जन जन में ले जाने का काम हो रहा है।

हिमाचल प्रदेश में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कराए गए 2013 सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि राज्य में तम्बाकू सेवन कर प्रतिशत 16.1 है। जबकि धुम्रपान की व्यापकता 14.2 प्रतिशत है। धुम्रपान रहित तम्बाकू की व्यापकता देश में हालांकि 3.1 प्रतिशत के साथ सबसे कम है। वैश्विक वयस्क तम्बाकू सेवन द्वितीय सर्वे में पहले सर्वे की तुलना में आंकड़ों में तब्दीली आई है। सेकेंड हैंड धुएं के संपर्क से इस समय राज्य में 32.5 प्रतिशत लोग घरों में प्रभावित हैं। जबकि सार्वजनिक स्थानों पर 12 प्रतिशत ।
भारत में दुनिया में तंबाकू खपत की दूसरी सबसे बड़ी संख्या है। भारत में लगभग 27 फीसदी कैंसर का मुख्य कारण तंबाकू है। 2017-18 में तंबाकू के उपयोग से होने वाली सभी बीमारियों और मौतों की वार्षिक आर्थिक लागत 177,341 करोड़ रुपयें रहा जो कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी का एक फीसदी है।

तम्बाकू उत्पादों की आपूर्ति,कोटपा अधिनियम के तहत तम्बाकू नियमो में मुख्य रूप से 100 गज दायरे में तंबाकू उत्पादों को बेचना और खरीदना दंडनीय अपराध है। इसमें संलिप्त के खिलाफ कड़ी कारवाही की जाती है । रैली में स्कूली बच्चों को तम्बाकू को लेकर शपथ भी दिलाई गई। तंबाकू मुक्त भारत के निर्माण के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी से आग्रह किया गया गया। तम्बाकू नियमो को सख्त बनाने के भारत सरकार के वायदे के साथ स्वर मिलाया गया।

हिमाचल एन वाई एन राज्य समन्वयक मंगल सिंह ने बताया कि कोटपा अधिनियम की जानकारी आमजन में बहुत कम है । युवाओं में स्वास्थ्य को लेकर चिंता कम है। नाडा यंग इंडिया ज़मीनी स्तर पर जागरुकता बढ़ाने के लिए कैंपेन चला रहा है। के बच्चों के द्वारा निकाली गई रैली से शिक्षण संस्थानों के आसपास आसपास के तम्बाकू को लेकर जागरूकता आएगी। देश में लाखों लोग सालाना तंबाकू से उत्पन्न बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं । जबकि तंबाकू व नशाखोरी से ही दस मिलियन लोग इसकी लत में आकर गरीबी की और धकेले जाते हैं। जागरूकता रैली तंबाकू उत्पादों के नुकसान को लेकर जागरूता अभियान की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कड़ी साबित होगी।

नाडा यंग इंडिया स्वास्थ को राष्ट्रीय प्राथमिकता बनाने का आह्वान करता है। आज तंबाकू एवम उससे जुड़े उत्पाद आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं । हालात को बदलने के लिए सरकारों एवम समाजसेवी संस्थानों
को आगे आना होगा।समाधान की दिशा में स्कूली बच्चों का यह कदम सराहनीय है। यह अभियान प्रदेश में अप्रैल से लेकर अगस्त तक किए जाएंगे।

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