आदित्य L1 की कक्षा बढ़ाएगा ISRO:अभी स्पेसक्राफ्ट की पृथ्वी से सबसे ज्यादा दूरी 19,500 किमी
इसरो ने सूर्य की स्टडी के लिए शनिवार को अपना पहला सोलर मिशन लॉन्च किया। PSLV-C57 के XL वर्जन रॉकेट ने 63 मिनट के सफर में आदित्य L1 को लोअर अर्थ ऑर्बिट में पहुंचा दिया था। यह पृथ्वी की अंडाकार कक्षा होती है। इसके एक दिन बाद आदित्य L1 की ऑर्बिट बढ़ाई जा रही है। ऑर्बिट बढ़ाने के लिए इसरो के वैज्ञानिक स्पेसक्राफ्ट के थ्रस्टर यानी इंजन को कुछ देर के लिए फायर करेंगे।
आदित्य स्पेसक्राफ्ट करीब 4 महीने बाद पृथ्वी से 15 लाख किमी दूर लैगरेंज पॉइंट-1 तक पहुंचेगा। इस जगह पर सूर्य और पृथ्वी की ग्रेविटी का अनुपात इस तरह का है कि स्पेसक्राफ्ट को यहां स्थापित किया जा सकता है। खास बात यह है कि इस पॉइंट पर ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता, जिसके चलते यहां से सूरज पर बेहतर रिसर्च की जा सकती है।