सीमा कहीं पाकिस्तानी जासूस जोया तो नहीं…?

सीमा कहीं पाकिस्तानी जासूस जोया तो नहीं…?:ISI से कनेक्शन, फोन टूटने और सिम बदलने की कड़ियां जोड़ रहीं खुफिया एजेंसियां; रिहाई हुई पर शक बरकरार………………………….एक था टाइगर…फिल्म आपने भी देखी होगी। उसमें दो किरदार थे… टाइगर (इंडियन जासूस) और जोया (पाकिस्तानी जासूस)। कुछ इसी तरह की स्टोरी नोएडा से है। यहां टाइगर तो नहीं है, लेकिन सीमा गुलाम हैदर की जोया जैसी कहानी जरूर है।
इस कहानी में लव, गेम, धोखा और जासूसी का एंगल भी है। इंडियन एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि कहीं सीमा हैदर का पाकिस्तान खुफिया एजेंसी ISI से तो कोई कनेक्शन नहीं है? उसका फोन क्यों टूटा और उसने सिम क्यों बदला? फर्राटेदार अंग्रेजी, ओवर स्मार्टनेस का राज क्या है? एजेंसियां ऐसे तमाम पहलुओं और कड़ियों को जोड़ने में जुटी हैं।