G20 समिट शुरू:PM मोदी भारत मंडपम में मेहमानों को रिसीव कर रहे
नई दिल्ली में आज यानी 9 सितंबर को G20 समिट का आगाज हो चुका है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत मंडपम पहुंच चुके हैं। सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष के भी यहां पहुंचने की शुरुआत हो चुकी है। इन सभी को पीएम मोदी रिसीव कर रहे हैं। शिखर सम्मेलन की शुरुआत फोटो सेशन के साथ होगी। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी वेलकम स्पीच देंगे।
समिट में शामिल होने के लिए जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान आज सुबह भारत पहुंचे हैं। वहीं, कल देर शाम भारत आए अमेरिकी प्रेसिडेंट बाइडेन एयरपोर्ट से सीधे मोदी से मिलने उनके सरकारी आवास पर पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत चली थी।
इस दौरान दोनों नेताओं ने डिफेंस और स्पेस सेक्टर में साझेदारी पर बातचीत की। अमेरिकी राष्ट्रपति ने मोदी को चंद्रयान-3 की सफलता पर बधाई दी। मुलाकात के बाद एक साझा बयान जारी किया गया। आज समिट के दौरान दो बार फोटो सेशन होंगे। पहला समिट की ऑफिशियल इनॉगरेशन के फौरन बाद और शाम को डिनर के वक्त।G20 की इस बेहद अहम समिट में कुछ अहम देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल नहीं हो रहे हैं। इनमें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन शामिल हैं। इसके अलावा स्पेन के सांचेज भी इस समिट में शामिल नहीं हो सकेंगे। उन्हें कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर दोनों पक्षाें में सहमति बनाने के करीब भारत
पिछले जी-20 समिट में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर सदस्य देशों के बीच सहमति नहीं बन पाई थी। तब रूस और चीन ने अपने आप काे युद्ध के बारे में की गई टिप्पणियों से अलग कर लिया था। मगर सूत्रों की मानें तो इस बार युद्ध से जुड़े दोनों ही पक्ष एक शब्दावली पर सहमत हो गए हैं। इसके लिए भारत ने दोनों पक्षों को अपने-अपने रुख से थोड़ा पीछे हटने के लिए राजी कर लिया है। युद्ध के लिए किसी की निंदा करने वाले कठोर शब्द शामिल नहीं किए जाएंगे।
वहीं, जी-20 के घोषणा पत्र में भारत के मुख्य मुद्दों को शामिल किया जा रहा है। कर्ज में फंसे देशों की मदद के लिए जी-20 देश 5% योगदान देने पर सहमति दे सकते हैं। जी-20 की पिछली बैठक में इन देशों ने इस बारे में 3900 से अधिक प्रतिबद्धताएं की थीं, उनमें से लगभग 67% ही पूरी हो पाईं। आर्थिक अपराधियों को एक दूसरे के सुपुर्द करने पर भी सहमति होती दिख रही है। कानूनी दस्तावेज को अंतिम रूप देंगे।
ऋषि को ‘जय सियाराम’, मंत्री बोले- हम आपका स्वागत दामाद के रूप में भी कर रहे
ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति का स्वागत केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने जय सियाराम के उद्घोष के साथ किया। साथ ही कहा- ‘हम आपका स्वागत भारत के दामाद के रूप में भी कर रहे हैं।’ इसके बाद सुनक ने कहा- मुझे गर्व है कि मैं हिंदू हूं।