बैंक-कर्ज और फसल बर्बादी से आहत किसान ने की आत्महत्या

0

मामला महोबा जनपद के चरखारी कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत ग्राम करहरा खुर्द का है ।
जहां रहने वाले किसान संतराम पुत्र रमेश राजपूत ने बैक से लिए कर्ज की अदायगी की चिन्ता और खेत में बोई मूँगफली की फसल बर्बाद व आर्थिक तंगी से परेशान किसान ने सूने घर में फासी लगाकर मौत को गले लगा लिया जिसकी मौके पर ही मौत हो गई ।परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है ।
मृतक का छोटा भाई संदीप बताता है कि मेरे बड़े भाई आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे जिससे घर के हालात बेहद खराब थे ।आर्थिक तंगी और बैक के कर्ज के वह बहुत परेशान रहते थे ।वह कहां करते थे इसबार फसल अच्छी होगी जिससे बैक कर्ज अदाकर अपनी आर्थिक स्थिति भी कुछ हद ठीक हो जाएगी ।आगे वह बताता है कि मेरे भाई ने 2015 मेंइण्डियन बैक से 188000/- किसान क्रेडिट कार्ड बनबाया गया था जिसको लेकर बैक ने नोटिस भी दिया था ,तब से वह परेशान व हताश चल रहे थे । बैक कर्ज व खेत की फसल खराब देखकर वह बर्दाश्त न कर सके और सूने घर में फांसी का फंदा लगाकर मौत को गले लगा लिया ।
संतराम की मौत की खबर सुनकर पत्नी रेखा व 16 वर्षीय पुत्र ऋषिकेश और 14 वर्षीय पुत्र अभिषेक का रो रोकर बुराहाल है ।सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर लाश पोस्टमार्टम के लिए भेज दी ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *