डॉ० भीमराव अम्बेडकर पुस्तकालय एवं पाठशाला का हुआ शुभारम्भ

महोबा जनपद के नगर चरखारी में बाबा साहब डॉ०भीमराव अम्बेडकर की 132वीं जयंती के मौके पर रैकवार समाज की धर्मशाला में पुस्तकालय तथा निःशुल्क पाठशाला का शुभारम्भ हुआ। जिसमे महेंद्र कुमार रैकवार डीएमआरसी व हरीश रैकवार उतर प्रदेश पुलिस द्वारा डॉ० भीमराव अम्बेडकर निशुल्क पुस्तकालय एवं पाठशाला का शुभारंभ कराया है तथा पाठशाला व पुस्तकालय का फीता काट कर विधि विधान से रामदयाल रैकवार व तमाम समाज सेवियों ने शुभारम्भ किया व डाक्टर भीमराव अंबेडकर की छाया चित्र में पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों का स्वागत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता इन्द्र कुमार व पवन कुशवाहा ने बैज लगाते हुए किया। कुशवाहा ने इस मौके पर बताया कि बाबा साहब ने कहा था कि ʺशिक्षा एक बाघिन का दूध है’ और जो केाई भी इसे पिएगा वह बाघ की तरह गुर्राएगा जरूरʺ। शिक्षा जीवनपर्यन्त के लिए विकास का प्रमुख् अस्त्र है और बेहतर शिक्षा प्रदान किए जाने तथा ज्ञान प्राप्त करने के लिए पुस्तकालय व पाठशाला का शुभारम्भ किया है । कार्यक्रम के दौरान रैक्वार समाज के समाज सेवी व बार्ड वासी मौजूद रहे ।