शासन द्वारा प्रशासन की मदद से लोकतंत्र की उड़ाई जा रही धज्जियां

सीतापुर!यह कैसी विडम्बना है कि शासन और प्रशासन द्वारा विपक्ष के जनप्रतिनिधियों के साथ खुले आम सौतेला व्यवहार किया जा है!बतौर प्रमाण जनपद सीतापुर में क्षेत्र पंचायत हेतु चुने गए प्रतिनिधि ब्लाक प्रमुखों के लिए विकास हेतु अवमुक्त धनराशि से की जा सकती है!किसान मंच राष्ट्रीय सचिव/प्रदेश प्रभारी शिव प्रकाश सिंह ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा की सूचना अधिकार के अंतर्गत मांगी गई सूचना में मिले पोर्टल पर देखा जा सकता है कि जून 2023 तक पंद्रहवें वित्त में सत्ता पक्ष से जुड़े ब्लाक प्रमुखों और विपक्षी प्रमुखों हेतु विकास के लिए अवमुक्त धनराशि में बहुत बड़ा अंतर है!बतौर प्रमाण विकास खंड बेहटा के लिए उल्लेखित समय तक छब्बीस करोड़ अरसठ लाख बीस हजार छह सौ अठहत्तर रुपए,विकास खंड परसेंडी के लिए ग्यारह करोड़ पैंसठ लाख इक्यावन हजार चार सौ पचास रुपए,विकास खंड बिसवां के लिए दस करोड़ चौहत्तर लाख अडतालीस हजार एक सौ चौहत्तर रुपए,के साथ अन्य विकास खंडों में विपक्ष के दो विकास खंडों महमूदाबाद और पहला को छोड़कर करोड़ों रुपए मुहैया कराए गए हैं,जबकि विकास खंड महमूदाबाद के लिए उपरोक्त समयावधि में सिर्फ इकसठ लाख छांछट हजार चाय सौ अस्सी और विकास खंड पहला के लिए मात्र तीस लाख चौरासी हजार आठ सौ तीस रुपए ही उपलब्ध कराए गए हैं!शिव प्रकाश सिंह ने कहा विकास कार्यों के लिए जनप्रतिनिधियों में स्पर्धा होनी चाहिए यह लोकतंत्र और विकास के लिए बहुत अच्छी बात है,परंतु विपक्ष के लिए इस तरह का सौतेला व्यवहार लोकतंत्र के लिए बहुत ही घातक है जिसके लिए सभी बुद्धिजीवियों को इस प्रचलन की निन्दा करनी चाहिए!वर्तमान के सत्ता पक्ष को भविष्य के विपक्ष में पहुंचने पर अपने द्वारा शुरू की गई परंपरा से बहुत कष्ट होगा!और इस तरह के प्रमाण चुप्पी के लिए मजबूर कर देंगे!