चक्रवाती बारिश ने मचाई तबाही’ पानी में डूबे गांव
मॉनसून की पहली बारिश ने मचाया तांडव , गरीबों को किया बेघर
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गुजराज’ राजस्थान से होते हुए बिपरजॉय तूफान का असर बुन्देलखण्ड के महोबा जनपद के चरखारी में भी देखने को मिला जहां बीती रात एक बजे से सुबह साढ़े छः बजे तक हुई भीषण वर्षा ने चरखारी तहसील क्षेत्र में भारी नुकसान पहुंचाया है।
उत्तर प्रदेश के महोबा में मानसून की पहली बारिश गरीब के लिए आफत बनकर आई । पहली बारिश के तांडव से आधा सैकड़ा गरीब को बना डाला बेघर बनाने के साथ ही गाँव को चारों तरफ से घेर कर गाँवों को टापू में कर दिया तब्दील ।
चरखारी तहसील का अनेको गांव जलमग्न हो गए । 05 घंटे की मूसलाधार बारिश से गांवों के लगभग आधा सैकड़ा मकान क्षतिग्रस्त हो गये तो वही हाल ही में बनी गौरहारी से विजयपुर रोड की पुल को बहा ले गया । बम्होरी बेलदारन गांव के जलमग्न होने की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी श्वेता पाण्डेय सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए और बारिश के पानी की निकासी के लिए नगर पालिका परिषद की जेसीबी से पानी निकासी का काम किया जा रहा है। वही सूचना पाकर सिंचाई विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौके पर तो पहुंचे पर सिर्फ फर्ज अदायगी करते हुए दिखाई दिए।
बतादे कि नगर पालिका परिषद चरखारी के अध्यक्ष प्रतिनिधि रामपाल कुशवाहा अपने दल बल के साथ बम्होरी बेलदारन गांव पहुंचे और जगह-जगह सड़क व नहर को काटकर गांव में भरे हुए पानी को निकालने की व्यवस्था की जा सके तब कहीं जाकर ग्रामीणों को राहत मिल सकी वही ग्रामीण बताते है कि बम्होरी बेलदरान गांव में जल निकासी के बेहतर प्रबंध न होने के चलते बारिश के पानी का खामियाजा गरीबों को भुगतना पड़ रहा है। गांव के दर्जनों मकान भरभरा कर गिर पड़े। मकान गिरते ही लोगों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। मकानों के गिरने से ग्रामीणों में त्राहिमाम मचा हुआ है। घरों में पानी भरने से ग्रामीण परेशान हो गए हैं। कहते है कि डाल नहर का पुल छोटा होने के कारण गांव में पानी भर गया और देखते ही देखते पूरा गांव जलमग्न हो गया। पीड़ित हल्के कुशवाहा सहित अन्य लोग बताते हैं कि उनके कच्चे मकान बारिश के चलते प्रभावित हुए और मकानों के गिरने से घर में रखी घरेलू सामग्री दबकर बर्बाद हो गई।गांव के ही उमेश पाठक कहते है कि अनाज, कपड़े, घरेलू उपयोग का सामान मलवे में दबकर बर्बाद हो गया है साथ ही लाखों रुपए का नुकसान गरीबों का हुआ है और गरीब हताश परेशान हैं। ग्रामीणों ने शासन और प्रशासन से जिला आपदा राहत के जरिए मदद की गुहार लगाई है ताकि उन्हें उनके हुए नुकसान की भरपाई हो सके। मकानों के गिरने से कई परिवार बेघर हो गए जिनके रहने के लिए छत भी नहीं है।
सूचना पर पहुंची एसडीएम चरखारी श्वेता पांडे, सिंचाई विभाग के एसडीओ ओपी यादव सहित अन्य अधिकारी पहुंचे और नहर के माध्यम से गांव का पानी निकालने के लिए जेसीबी मशीन से काम कराया जा रहा है।