जेल में बंद बंदियों को हाईटेक करने के लिए दिया जाएगा कंप्यूटर प्रशिक्षण
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश सरकार जहां एक और छात्र छात्राओं के साथ साथ नौजवान युवकों प्रशिक्षण दें रोजगार के नए अवसर प्रदान कर रहे हैं तो वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने जेल में बंद बंदियों के लिए भी रोजगार के नए अवसर प्रदान करने के लिए जेल में कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र बनाकर जेल में बंद बंदियों को हाईटेक करने का बीड़ा उठाया है। इसी क्रम में आज उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिला कारागार में उत्तर प्रदेश सरकार में कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल अपनी विधायक निधि से जिला कारागार को 5 कंप्यूटर प्रदान कर बंदियों को हाईटेक कर उन्हे आधुनिक जीवन के तौर तरीकों से जीने का अवसर प्रदान किया है। उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर कारागार पहला ऐसा कारागार है जहां जेल में बंद बंदियों के लिए नासिर आधुनिक पुस्तकालय है बल्कि आधुनिक सुख सुविधाओं से लैस कंप्यूटर कक्ष भी है । जहां जेल में बंद बंदियों के जीवन में सुधार लाने के लिए ना सिर्फ उन्हें कंप्यूटर प्रशिक्षण दिया जा रहा है बल्कि आने वाले समय में बंधुओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी तलाश किए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने सोमवार सुबह मुजफ्फरनगर कारागार पहुंचकर कंप्यूटर कक्ष का उद्घाटन किया। इस अवसर पर कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार लगातार नौजवान युवक युवतियों के लिए रोजगार के नए अवसर तलाश रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा निर्देशन पर पूरे प्रदेश में छात्र-छात्राओं के साथ-साथ नौजवान युवकों के लिए नए आईआईटी कॉलेज खोले जा रहे हैं। सरकार जेल में बंद बंदियों के लिए भी उनके जीवन में सकारात्मक सोच उत्पन्न करते हुए ना सिर्फ उन्हें शिक्षा उपलब्ध करा रही है बल्कि आज के आधुनिक युग में बंदियों के लिए पुस्तकालय और कंप्यूटर कक्ष का निर्माण करा उन्हें कंप्यूटर प्रशिक्षण भी दे रही है। जिससे सजा काटकर जब यह बंदी जेल से बाहर आएंगे तो इनके लिए रोजगार के नए अवसर भी नजर आएंगे। मुजफ्फरनगर जिला कारागार अधीक्षक सीताराम शर्मा लगातार पिछले 2 वर्षों से मुजफ्फरनगर कारागार की उपलब्धियों को लेकर चर्चाओं में है। जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा मुजफ्फरनगर कारागार में बंदियों के लिए शिक्षा और खेल कूद के साथ-साथ बंदियों में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए जेल में आए दिन भजन कीर्तन कराते रहते हैं। जेल में बंद सभी धर्मों के वंदे राष्ट्रीय पर्व हो या दिवाली या ईद का त्यौहार हमेशा एक दूसरे को मिठाई खिलाकर गले लगते हैं जिससे मुजफ्फरनगर कारागार में हिंदू मुस्लिम आपसी भाईचारे की मिसाल भी कायम रहती है।