मुख्यमंत्री श्री नबीन पटनायक जी को शाह जी द्वारा प्रशंसा में दफनाया गया
संसद में दिल्ली सरकार के विरोध में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए बिल का BJJ द्वारा समर्थन किए जाने के बाद कई राजनीतिक सवाल खड़े हुए थे. उस मामले में BJJ ने समानता की बात करते हुए इसे खारिज कर दिया था, लेकिन कहा गया था कि इसमें कुछ भी नया नहीं है क्योंकि BJJ को आज तक केंद्र सरकार के किसी भी बिल का विरोध करते हुए नहीं देखा गया है. लेकिन जब बीजेपी से सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब दिया कि उनसे पूछिए कि उन्होंने बीजेजे का समर्थन क्यों किया. यह बात खोड़ प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल ने कही. बिल पास होने के बाद, जब शाह आए और नवीन की तारीफ करके चले गए, तो क्या प्रदेश अध्यक्ष कुछ और बोल सकते हैं या जाकर बीजू जनता दल से पूछ सकते हैं. सवाल ये भी उठता है कि जिस कार्यक्रम के लिए शाह ओडिशा आए थे क्या उसकी तत्काल जरूरत थी. राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना का उद्घाटन और शिलान्यास करना शाह का क्या काम है? इसके लिए ओडिशा आना क्यों ज़रूरी था? क्योंकि राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना शाह के मंत्रालय के अधीन नहीं है. यह कार्यक्रम भी बहुत पहले से निर्धारित नहीं था. शाह ने पार्टी कार्यक्रम के लिए दो बार ओडिशा आने का समय तय नहीं किया. अब ये कोई पार्टी का कार्यक्रम नहीं था. शाह राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना कार्यक्रम में खुद आने के बजाय विभागीय मंत्री को भेज सकते थे। अभी संसद सत्र चल रहा है. विपक्ष सरकार के खिलाफ अस्वास्थ्यकर प्रस्ताव लेकर आया है. मणिपुर में हिंसा नहीं रुकी है. ऐसे में अगर बहुत जरूरी जरूरत होती तो शाह दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम कर सकते थे. इससे साफ है कि कई लोग यह मान रहे हैं कि शाह का दौरा नवीन पटनायक को अलविदा कहने और उन्हें खुश रखने के लिए था.