छतरपुर तहसीलदार का तानाशाही रवैया नहीं मान रहे कोर्ट का आदेश
तहसीलदार का तानाशाही रवैया नहीं मान रहे कोर्ट का आदेश
छतरपुर तहसीलदार अपने तानाशाही पूर्व रवैए के लिए जाने जाते है पहले तो उनके द्वारा नामांतरण पर रोक लगाई गई ।इसका भी विरोध मीडिया के द्वारा समय समय पर देखने को मिल रहा है इस क्रम में आज तहसीलदार के द्वारा वार्ड नंबर 22 में स्तिथ चतुर्वेदी परिवार की बॉन्ड्री को धराशाही किया गया जबकि जमीन मालिक द्वारा तहसीलदार को उक्त जमीन में हाईकोर्ट का स्थगन आदेश भी दिया गया मगर तहसीलदार द्वारा हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना कर बाउंड्रवाल को धराशाही करा दिया जबकि हाईकोर्ट के स्टे के बाद बाउंड्री को नही गिराया जाना उचित था जबकि इसी वार्ड में कई मकान शासकीय जमीन पर स्तिथ है उनको बेदखली के नोटिस देने के बाद भी कार्यवाही नही की जा रही । जबकि कोर्ट का आदेश होने के बाद भी तहसीलदार द्वारा द्वेषपूर्ण तरीके से जिस तरह चतुर्वेदी की बाउंड्रीबाल धराशाई कराई है वह गलत और पूर्ण रूप से कानून का उल्लंघन है अतः जिले के कलेक्टर महोदय को चाहिए कि इस प्रकार द्वेष पूर्ण करवाही करने वाले तहसीलदार बर्मा के खिलाफ कार्यवाही कर उन्हे अपनी मनमर्जी से जनता के लिए अहित करने से रोका जा सके
चाणक्य न्यूज इंडिया सागर संभाग से विशेष संवाददाता अनुरुद्ध मिश्रा