छतरपुर-मीडिया के सवालों से भगते देखे केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक

केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक इन दिनों छतरपुर जिले के प्रवास पर है। क्या बताएँगे कि छतरपुर का स्वीकृत फ्लाई ओवर आखिर क्यों खंड खंड हो गया। चूकि आरोपों के घेरे में खुद मंत्री है तो उन्हें आमजनता को जवाब भी देना चाहिये कि सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी छतरपुर शहर को सौगात देते हुए आकाशवाणी तिराहे से महोबा रोड तक 90 करोड़ की लागत से 1800 मीटर का फ्लाई ओवर स्वीकृत करते है। तो इसके निर्माण में पेंच फ़साने वाले कौन है और उनका दामन कलंकित हो रहा है तो सच क्या है। फ्लाई ओवर की स्वीकृति के बाद मंत्री खटीक से कुछ पूंजीपतियों की मुलाक़ात होती है और अचानक कुछ ऐसा पकता है कि फ्लाई ओवर के भूमि पूजन के समय इस सौगात के पर कतर जाते है। 1800 मीटर का फ्लाई ओवर घट कर 760 मीटर हो जाता है। सरल सच्चे ईमानदार मंत्री खटीक पर लेनदेन के आरोप लगते है तो मामला गंभीर हो जाता है। मंत्री खटीक को आमजनता के सामने सच बया करना चाहिये क्यों कि यह मामला केंद्र सरकार के दो मंत्रियो की विश्वासनीयता से जुड़ गया है। एक की जुबान तो दूसरे की ईमानदारी।
CRC केंद्र के उदघाटन में केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक और प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश सकलेजा से जब मीडिया द्वारा मेडिकल कॉलेज और ओवर ब्रिज के विषय में सवाल पूछे गए तो भगते नजर आए
ब्यूरो प्रमुख मुकेश गौतम