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बिहार के भागलपुर कॉलेज में 43 लाख से अधिक राशि के वित्तीय अनियमितता का मामला उजागर

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तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के मुख्यालय स्थित अंगीभूत इकाई बीएन कॉलेज में 43 लाख 35 हजार 221 रुपए की गलत तरीके से निकासी करने का मामला सामने आया है।

टीएमबीयू के कुलपति प्रो. जवाहर लाल और कुलसचिव डा गिरिजेश नंदन कुमार ने आज शनिवार को प्रेस वार्ता के दौरान मामले का सनसनीखेज का खुलासा किया है।

कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने मीडिया को बताया कि बीएन कॉलेज का मामला प्रथम दृष्टया गंभीर वित्तीय अनियमितता का है। वित्तीय नियमावली के अनुसार कैश का ट्रांसफर सरकारी संस्था में नहीं होता है। जबकि बीएन कॉलेज के प्रधानाचार्य डा संजय कुमार चौधरी ने फाइनेंशियल रेगुलेशन के उलट कॉलेज के खाता से निकासी किया है। सभी चेक सेल्फ मोड में निकासी की गई है जो स्वयं वित्तीय गड़बड़ी को दर्शाता है। भुगतान की प्रक्रिया एकाउंट पेई चेक से होना चाहिए था।
सबसे ज्यादा चौकाने वाली बात यह है कि, इतनी बड़ी रकम की निकासी केवल एक ही एकाउंट से की गई है। महज एक महीने से भी कम समयावधि में गलत तरीके से निकासी की जा रही थी।

मामला तब संज्ञान में आया जब इंडियन बैंक के मैनेजर ने विश्वविद्यालय प्रशासन को शुक्रवार को सूचना मिली कि बीएन कॉलेज एकाउंट से एक ही दिन में कई चेक से निकासी की जा रही है और यह सिलसिला 7 जुलाई से ही चल रहा था।

वहीं कुलपति ने बताया कि अभी तक बीएन कॉलेज के सात बैंक एकाउंट्स की जानकारी मिली है। शेष और भी एकाउंट की पड़ताल की जा रही है। मामले पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

कब- कब कितनी राशि की हुई निकासी –

7 जुलाई 2023 – 8 लाख 29 हजार 760 रुपए
10 जुलाई 2023 – 1 लाख 29 हजार
11 जुलाई 2023 – 3 लाख 48 हजार 29 रुपए
12 जुलाई 2023 – 63 हजार
13 जुलाई 2023 – 7 हजार 80 रुपए
17 जुलाई 2023 – 49 हजार 427 रुपए
18 जुलाई 2023 – 1 लाख 17 हजार रुपए
19 जुलाई 2023 – 2 लाख 28 हजार 39 रुपए
21 जुलाई 2023 – 1 लाख 65 हजार 500 रुपए
24 जुलाई 2023 – 3 लाख 61 हजार 500 रुपए
25 जुलाई 2023 – 6600 रुपए
26 जुलाई 2023 – 4 लाख 80 हजार 366 रुपए
27 जुलाई 2023 – 4 लाख 50 हजार 500 रुपए
1 अगस्त 2023 – 1 लाख 3 हजार 800 रुपए
2 अगस्त 2023 – 4 लाख 18 हजार रुपए
3 अगस्त 2023 – 5 लाख 73 हजार 620 रुपए

कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने बताया कि नौ चेक एक ही व्यक्ति मदन मोहन राय के नाम से निकला है, जो कि यह 5 लाख 73 हजार 620 रुपए की निकासी की है।
उन्होंने बताया कि बाकी राशि सेल्फ चेक के माध्यम से निकाली गई है। सभी राशि 16 बार में निकाली गई है।

कुलपति ने बैंक मैनेजर की रिपोर्ट के आधार पर बीएन कॉलेज के उक्त एकाउंट को तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक के लिए किसी भी तरह की निकासी पर रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि बैंक ने सूचना दी थी कि पिछले दस दिनों से कई बार एक ही एकाउंट से निकासी की जा रही है। बैंक ने तिथिवार निकासी का स्टेटमेंट भी विश्वविद्यालय प्रशासन को उपलब्ध कराया, इसी के आधार पर तहकीकात की गई।

इस बाबत बैंक के जोनल मैनेजर और स्थानीय प्रबंधक को भी पत्र भेजा गया है। कुलपति ने कहा की मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।

वीसी ने बीएन कॉलेज के प्रिंसिपल डा संजय कुमार चौधरी से कॉलेज के सभी खातों की जानकारी उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही उन्होंने प्रोवीसी की अध्यक्षता में अधिकारियों की त्वरित मीटिंग आयोजित करने को कहा। कुलपति के निर्देश पर आयोजित आपात बैठक में प्रॉक्टर, कॉलेज इंस्पेक्टर, रजिस्ट्रार, एफओ और डा अशोक कुमार ठाकुर ने भाग लिया।

इधर मामला प्रकाश में आने पर कुलपति ने रजिस्ट्रार को एक जांच कमिटी गठित करने का निर्देश दिया है। जांच कमिटी में डीएसडब्लू को कंवेनर बनाया गया है। जबकि रजिस्ट्रार, एफओ, प्रॉक्टर और कॉलेज इंस्पेक्टर जांच समिति के सदस्य बनाए गए हैं। जांच कमिटी को सहयोग करने के लिए एकाउंटेट और कई सहायक भी रहेंगे।

कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने कहा कि बीएन कॉलेज प्राचार्य डा संजय कुमार चौधरी जब टीएनबी कॉलेज के प्रिंसिपल थें तब भी करीब 80 लाख के वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया था। टीएनबी कॉलेज वित्तीय अनियमितता मामले में राजभवन ने भी जांच के आदेश दिए हैं। कुलपति के निर्देश पर गठित कमेटी दोनों ही मामलों की जांच करेगी। कुलपति ने रजिस्टर को निर्देश दिया है की वे कॉलेजों और बैंकों को इस आशय का पत्र भेजें कि एक लाख से अधिक राशि की निकासी पर उसकी तत्क्षण पड़ताल रजिस्ट्रार और वित्त पदाधिकारी से कर लें। ताकि समय रहते हुए गड़बड़ी को रोका जा सके।

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