अदभुत चमत्कार, मध्य प्रदेश के भोजशाला में माँ वाँगदेवी (सरस्वती) का प्राकट्य हुआ

अदभुत चमत्कार, मध्य प्रदेश के भोजशाला में माँ वाँगदेवी (सरस्वती) का प्राकट्य हुआ ।
अदभुत चमत्कार हुआ
धार भोजशाला में माँ वॉगदेवी (सरस्वती) का पुनः प्राकट्य सनातन के अस्तित्व रक्षा का ईश्वरीय संकेत है ।
(धार भोजशाला में विराजमान प्राकट्य माँ वॉगदेवी की जय हो )
दिनांक 09-10 सितंबर 2023 की मध्य रात्रि के उपरांत (रक्षा बंधन- कृष्ण जन्माष्टमी ) के शुभ अवसर पर धार भोजशाला के पवित्र प्रांगण में वहाँ की अधिष्ठात्री माँ वॉगदेवी के पुनः प्राकट्य की सूचना प्राप्त हुई, इस मातृ कृपा से सम्पूर्ण विश्व के सनातनी जनो को गौरव की अनुभूति होना स्वाभाविक है । अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय महासचिव देवेन्द्र पाण्डेय ने बताया कि अखिल भारत हिंदू महासभा के द्वारा निरन्तर भोजशाला की पवित्रता और उसके गौरव की पुनः स्थापना के यत्न होते रहे है, जन आंदोलन और सरकार से विनती करते करते शायद हिन्दू निराश हो चुका था यही कारण है की उसने सच्चे और पवित्र मन से माँ वॉगदेवी की आराधना की और परिणाम सामने है कि माँ अपने प्राचीन प्रतिष्ठित स्थल पर स्वयं प्राकट्य हुई ।
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् ।
धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे ॥
देवेन्द्र पाण्डेय ने माँ वॉगदेवी के प्रति आस्था और विश्वास रखने वाले सभी सनातनी हिंदुओ को बधाई देते हुए कहां की करोड़ों सनातनी हिंदुओ और हिन्दू महासभा के पवित्र मन वाले सपूतों के निश्छल समर्पण को, भक्ति और विनती को माँ वॉगदेवी ने स्वीकार किया यही कारण है की माँ का प्राकट्य हुआ । माँ के स्वयं प्राकट्य के उपरांत अब उनकी निरन्तर आराधना और मंदिर के गर्भ गृह की रक्षा का दायित्व सनातन के सपूतों पर है ।
देवेन्द्र पाण्डेय ने कहाँ की माँ वॉगदेवी (सरस्वती) की पवित्र मन से अखिल भारत हिन्दू महासभा ने भी आराधना की, हिन्दू महासभा ने ना तो किसी कानून का उलंघन किया ना ही किसी अन्य धर्म की भावनाओं को आहत ही किया, हिन्दू महासभा ने सच्चे और पवित्र मन से ही राम जन्मभूमि का मुक़दमा लड़ा और आंदोलन भी किया कारण वहाँ प्रभु श्री राम जी का प्राकट्य हुआ जिस कारण आज वहाँ भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है । हिन्दू महासभा लक्ष्मण क़िला-लखनऊ, श्री कृष्ण जन्मभूमि-मथुरा की मुक्ति के मुकदमे भी लड़ रही है ज्ञात हो की विष्णु ध्वज-दिल्ली,तेजोमहालय-आगरा की मुक्ति हेतु भी अखिल भारत हिंदू महासभा ने आंदोलन किए है । ऐसी हजारो प्रमाणित सनातन की धार्मिक धरोहरें है जो राजनैतिक षड्यंत्र के कारण प्रमाणित होते हुए भी मुग़लों के अत्याचार के गुलामी के बोझ में दबी हुई है उनके मुक्ति के आंदोलन होने चाहिए और पवित्र मन से आराध्या की आराधना होनी ही चाहिए ।
देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा की माँ वॉगदेवी के प्राकट्य को राजनीति अथवा धार्मिक उन्माद से बिलकुल नहीं जोड़ना चाहिए यह माँ का स्वयं प्राकट्य है जिसे सच्चे मन से सभी को स्वीकार करना चाहिए ।