नवरात्रि पर्व के साथ ही पूरे निमाड़ में इस बार भी गणगौर पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है
नवरात्रि पर्व के साथ ही पूरे निमाड़ में इस बार भी गणगौर पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है, इस पर्व को पूरे निमाड़ का गौरव माना जाता है शहर हो या गाँव चारो और गणगौर माता के झलारिया गीतों की गूंज सुनाई दे रही ।
नवरात्रि की शुरुआत में ही जवारे बोये जाते है, ऐसी पौराणिक मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ के रूप में धणीयर राजा और माता पार्वती के रूप में रनुबाई
एवम ईसर जी और गौरा माता की विशेष पूजा आराधना की जाती पवित्र तीर्थ स्थान ओम्कारेश्वर को गौरा माता का माइका माना जाता है
नवरात्रि के तीसरे दिन रनुबाई और धणीयर राजा के रथो को सजाया जाता है और जो जवारे बोये जाते है उन जवारों को उन रथो में रखे जाते है एवम रथो को महिलाये अपने सर पर रख कर अपने अपने घरो में रख कर विशेष पूजा अर्चना की जाती है और शाम को महिलाये झलारिया गीतों से माताजी को प्रसन्न करती है।
पवन राठवे
ब्यूरो हेड
खंडवा