कतले हुसैन असल में मरगे यजीद है इस्लाम जिंदा होता है हर कर्बला के बाद
महोबा जनपद में मोहर्रम की दसवीं तारीख को शिया व सुन्नी समुदाय के लोगो ने हजरत इमाम हुसैन की याद में आखों को नम करते हुए व मातम करते हुए और मरशिया पढ़ते हुए चरखारी में शिया समुदाय ने असगर अब्बास के मकान से ताजिया जुलूस निकाला और जोरदार मातम किया जुलूस में ताजिया, दुलदुल घोड़ा,अलम निकाला गया ,जुलूस असगर अब्बास के मकान से मरसिया पढ़ते हुए गोलाघाट चौराहा घड़ी , पचराहा होते हुए करबला पहुंचा जहां पर ताजियों को सुपुर्द ए -खाक किया गया और जोरदार मातम कर यादें हुसैन मनाया गया है।
सुन्नी समुदाय ने मातमी धुन व यादे हुसैन मनाते हुए शाम 5 बजे से सुन्नी समुदाय के लोगो ने अपने अपने इमामबाड़ा से ताजियों को गांधी पार्क में एकत्र किया व 13 तजिया व दुलदुल घोड़ा और ढाल सवारी गांधी पार्क से सदर बाजार होते हुये गोलाघाट मैदान पहुँची जहाँ पर मोहर्रम कमेटी द्वारा तजियादारो व सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए नगरपालिका व सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए पुलिसकर्मियों व अन्य सभी को शील्ड और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और फिर जुलूस घड़ी मस्जिद ,पचराहा होते हुये देर रात करबला पहुंचा जहां पर ताजियों को सुपुर्द ए खाक किया गया है जुलूस में कई जगह लँगर के इंतजाम किये गए थे ,जुलूस के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम देखे गए हैं और पुलिस ने हर छोटी बड़ी चीज का बारीकी से निरीक्षण किया है और शांतिपूर्ण ढंग से त्यौहार को संपन्न कराया है इस मौके उपजिलाधिकारी प्रदीप कुमार पुलिस क्षेत्राधिकारी उमेश चंद्र कोतवाली प्रभारी गणेश गुप्ता चौकी प्रभारी सुभाष तिवारी पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि रामपाल उर्फ पप्पू कुशवाहा , मोहर्रम कमेटी के तमाम लोग रहे मौजूद।।