महोबा पुलिस कर्मी बनकर ठगी करने वाला शातिर ठग गिरफ्तार
पुलिसकर्मी बनकर ठगी करने का यह पूरा मामला महोबा जनपद के शहर कोतवाली क्षेत्र का है। बताया जाता है कि बीती 16 अप्रैल को बांदा जनपद के बिसंडा गांव का रहने वाले बृजमोहन प्रजापति की मुलाकात महोबा शहर में बृजभूषण नामक नकली पुलिसकर्मी से हुई। जिसने अपना परिचय शहर की कचहरी में बतौर सुरक्षाकर्मी तैनात बताया। पीड़ित बताता है कि उसको अर्दली की नौकरी दिलाने के नाम पर खुद को पुलिसकर्मी बताने वाले बृजभूषण ने विकास भवन में एक लाख 10 हजार रुपए ठग लिए और उसके बाद नकली पुलिसकर्मी ठगी की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया। ऐसे में पीड़ित बेरोजगारी के साथ-साथ हुई ठगी से परेशान होकर शहर कोतवाली पहुंचा। पीड़ित ने जब शहर कोतवाली पुलिस को बताया कि उसके साथ पुलिस कर्मी द्वारा ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और जांच में पता चला कि उक्त वर्दी पहनकर ठगी करने वाला पुलिसकर्मी नहीं बल्कि एक शातिर ठग है जो नकली पुलिसकर्मी बनकर पीड़ित के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। जिसके बाद पुलिस और सर्विलांस टीम ने ने नकली पुलिसकर्मी बनकर ठगी करने के मामले में गंभीरता दिखाई और सीसीटीवी फुटेज के साथ-साथ पीड़ित की शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी। जिसके बाद आज पुलिस को उस समय बड़ी कामयाबी हाथ लगी जब मुखबिर की सूचना पर पुलिस को पता चला कि रोडवेज के पास उक्त नकली पुलिसकर्मी खड़ा हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे दबोच लिया। जिसने पूछताछ में बताया कि उसका सही नाम अब्दुल वहीद है और वह नजदीकी जनपद हमीरपुर के ग्राम गुसियारी का रहने वाला है। पुलिस ने उसके पास से नकली वर्दी, नकली पुलिस के पहचान पत्र और ठगी गई रकम भी बरामद कर ली। आरोपी का एक पुराना अपराधिक इतिहास है। वह इससे पहले भी धारा 419 व 420 ठगी जैसे मामले अंजाम दे चुका है। उक्त आरोपी प्रदेश के अन्य जनपद हरदोई, शाहजहांपुर, आजमगढ़, सोनभद्र में भी ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुका है जिसके मुकदमें दर्ज है। पुलिस ने आरोपी के पास से 42500 रूपये ठगी की रकम, पुलिस के दो नकली पहचान पत्र साथ ही पुलिस की टोपी,बेल्ट, बैच सहित वर्दी भी बरामद कर ली गई। ऐसे में पुलिस द्वारा आरोपी के खिलाफ धारा 419, 420 सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की गई और उसका मेडिकल परीक्षण कराने के बाद उसे जेल भेजा गया है।