धरातल पर विकास का चक्का जाम सिर्फ वाल पेन्टिंग मे दिख रहा विकास
ब्लाॅक कसमण्डा परिसर सभागार मे डी डी ओ सीतापुुर प्रभारी बी डी ओ कसमण्डा हरिशचन्द प्रजापति प्रत्येक माह मे ब्लाॅक कसमण्डा क्षेत्र की ग्रामपंचायतो के प्रधानो के साथ संचारी रोग नियंत्रण को लेकर बैठक करते है और बैठक मे लम्बा चौड़ा भाषण देते है कि गांव व घरो के आस पास गन्दा पानी न जमा होने दे झाडियां न होने दे साफ-सफाई रक्खे लेकिन यह कैसे सम्भव है जब ब्लाॅक कसमण्डा की अधिकांश ग्रामपंचायतो मे लगभग 2 वर्षो से कोई नया नाली खड़ंजा निर्माण व मरम्मत कार्य नही कराया गया है जिसके चलते अधिकांश ग्रामपंचायतो मे नालियां टूटी पड़ी होने के कारण घरों से निकलने वाला गन्दा पानी गांव मे रास्तों पर भर जाता है जिससे ग्रामीणो को मजबूरन उसी गन्दे पानी मे होकर पैदल व वाहन लेकर गुजरना पड़ता है आवागमन की दिक्कत के साथ साथ मच्छर जनित बीमारियो के फैलने की प्रबल सम्भावनाऐ बनी हुई है और नालियां टूटी होने के कारण गांव का गन्दा पानी गांव के बाहर नही निकल पाता है और गांव मे ही भरा रहता है यदि कसमण्डा ब्लाॅक मे विकास कार्यो का यही आलम रहा तो आगे आने वाले बरसात के दिनो मे भयावह महामारी फैलने से इन्कार नही किया जा सकता।