दमोह इलाज नहीं पूजा पाठ से ही ठीक कराएंगे

इलाज नहीं पूजा पाठ से ही ठीक कराएंगे
अरविन्द पाठक
दमोह जिला चिकित्सालय में इलाज रथ अभिषेक मासूम जो आइसोलेशन वार्ड में भर्ती था वह अपनी दादी के साथ मोतीझरा का इलाज कराने दमोह आया हुआ था वृद्ध महिला अकेली थी उसके साथ एक नाती और एक नातन भी गांव से आए हुए थे जो जिला चिकित्सालय में ही विगत 1 दिन से रह रहे थे, दमोह जिला चिकित्सालय में उसका इलाज हो रहा था वही जब पत्रकार धीरज किसी काम से बाहर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि दो छोटे बालक और एक अभिषेक पलंग पर लेटा हुआ है जिसको ऑक्सीजन लगी हुई है एक वृद्ध महिला पास बैठी हुई है उसको देखते ही पत्रकार धीरज ने उनसे पूछा कि माजी आपको क्या समस्या है तब बोली कि मैं अकेली हूं इसके माता-पिता दिल्ली गए हुए हैं और साध्वी नहीं है ऐसे में डॉक्टर ने हमारे नाती को जबलपुर के लिए रेफर कर दिया है और कहां है यार इसका इलाज यह नहीं हो पाएगा जबलपुर ले जाना पड़ेगा, इसकी जानकारी उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार सुरक्षा संगठन दमोह जिला के मीडिया प्रभारी मुकेश तिवारी को दी, जानकारी को प्राप्त करने के लिए संगठन के सचिव महामंत्री ब्लॉक अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष कैलाश जी के निर्देशन पर जिला चिकित्सालय पहुंचे और वहां वृद्ध महिला से बातचीत की वृद्ध महिला ने ऐसा बोला कि मैं जबलपुर नहीं जा सकती हूं मेरे दो और नाती नातिन है ऐसे में मैं उनको लेकर कहां घूम होगी मैं कभी जबलपुर गई भी नहीं हूं जो भी होगा यहीं पर इलाज कराएंगे या फिर हम घर ले जाकर जड़ से खड़ा कर उसका इलाज कराएंगे क्योंकि यह माता निकली हुई है और हम माता की पूजा करके उनको मना लेंगे जब ऐसी बात संस्था के सचिव ने सुनी तो उन्होंने नंबर लिखा है कि बड़े पापा से बात की जो दिल्ली से दमोह की ओर लौट रहे थे उन्होंने बोला कि मैं सुबह जाकर बालक का इलाज उचित तरीके से करा लूंगा, ऐसे में जिला अध्यक्ष कैलाश सेलार अभिषेक की उचित इलाज की व्यवस्था एवं उनके साथ जो छोटे और दो बालक हैं उनके खाने पीने की व्यवस्था के लिए अगले दिन सुबह संस्था के सदस्यों को निर्देशित किया, और सभी संगठन के सदस्य खाद्य सामग्री लेकर जिला चिकित्सालय शोभा पहुंचे लेकिन जैसे ही वार्ड में पहुंचे वहां वार्ड में उपस्थित कर्मचारी ने बताया कि वह वृद्ध महिला जबरदस्ती डॉक्टर साहब से छुट्टी करा कर अपने गांव में मोर मंडा ले गई है और साथ में बोल कर गई है कि हम उसका इलाज पूजा से ही कर आएंगे हमें दवाई नहीं करानी क्योंकि उसको माता निकली है आप लोग उसका इलाज अच्छे से नहीं कर रहे हैं इसलिए हम गांव जा कर पूजा पाठ करके अपने नाती को ठीक कर लेंगे डॉक्टर साहब ने भी बहुत समझाया स्टाफ ने बहुत समझाया लेकिन वृद्ध महिला एक ना मानी और अपने बीमार थी अभिषेक को जबरदस्ती गांव ले गई जहां अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार की टीम पहुंची तो उन्होंने वृद्ध महिला नहीं मिली तो वह खाद्य सामग्री बच्चा वार्ड में जाकर सभी बच्चों को वितरित की गई, और साथ में अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार सुरक्षा संगठन निर्णय लिया कि आप हमारा संगठन संगठन अंधविश्वास से लड़ने के लिए गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करेगा जिससे झाड़-फूंक को महत्व ना दें जिससे कि कोई अपनी जीवन लीला झाड़-फूंक के चक्कर में समाप्त ना कर दो अब आगे से संगठन अंधविश्वास को दूर करने के लिए सामाजिक और ग्राउंड स्तर पर काम करेगा
संगठन में जिला अध्यक्ष कैलाश सेलार, जिला सचिव अनुराग, सह सचिव आशीष भट्ट, सागर संभागीय उपाध्यक्ष अभय भट्ट, ब्लॉक अध्यक्ष राजेश चौबे जिला महामंत्री मनोज पटेल जिला संयोजक भूपेंद्र दिन रोहिताश, नगर संयोजक कुंज बिहारी असाटी नगर अध्यक्ष सुनील पांडे, नगर सह सचिव नीरज असाटी, प्रमोद असाटी, रामसेवक,नगर मंत्री सादिक खान शहर काजी,जी के साथ संभाग उपाध्यक्ष,आरके मिश्रा जी एवं,जिला मीडिया प्रभारी मुकेश तिवारी की उपस्थिति रही