महाराज छत्रसाल की कर्मभूमि के ऐतिहासिक तालाबों पर रेत माफियाओ का अत्याचार

महाराज छत्रसाल की कर्मभूमि के ऐतिहासिक तालाबों पर रेत माफियाओ का अत्याचार
छतरपुर शहर से लगे ग्राम महेबा में बछुआ तालाब, कत्तू की तलैया, डुकरिया झोर तालाब के तटबंद रेत माफियाओ ने खोद दिये। जहाँ से रेत के अवैध उतखन्न बेखौफ जारी है और फिल्टर कर रेत बेचते है।
रेत माफियाओ को प्रशासनिक संरक्षण मिलने के आरोप है। तभी ग्राम सरपंच शैलेन्द्र कौशिक की कई शिकायतों के बाद भी कार्यवाही नहीं जा रही।
छतरपुर जिले का ग्राम महेबा राजा छत्रसाल के अतीत को संजोये है। जिन्हे याद करने के लिये हर वर्ष मध्यप्रदेश सरकार जलसे आयोजित करती है लेकिन पूरे साल महाराज छत्रसाल की धरोहर को भूला दिया जाता है। तभी तो उनकी विरासत को माफियाओ के हवाले छोड़ दिया गया है देखने की बात है जब छतरपुर जिला मुख्यालय से लगा होने पर भी प्रशासन कार्यवाही नहीं कर पा रहा तो जिले में अबेध उत्खनन की क्या दसा होगी तथा जिला कलेक्टर कब इस मामले को अपने संज्ञान मे लेकर कारवाही करते है
छतरपुर एमपी से विशेष संवाददाता अनुरुद्ध मिश्रा
