मेला बीतने के चार दिन बाद भी नहीं हुआ सफाई, जिम्मेदार बने मूक दर्शक |
गिरिजानन्द शर्मा
ब्यूरो प्रमुख- महराजगंज
घुघली/महराजगंज : घुघली क्षेत्र के ग्राम सभा पिपरा ब्राहमण उर्फ़ बारीगाँव में हर वर्ष की भाति इस वर्ष भी बिगत 30 अक्टूबर को रामलीला मेले का आयोजन किया गया था परन्तु मेले के दौरान रोड के किनारे और मैदान में हुए गन्दगी की सफाई आज कई दिन बीत जाने के बाद भी नहीं हो पाई, आज भी मुख्य सड़क के किनारे जगह जगह गन्दगी का ढेर लगा हुआ है जिसमे सडन पैदा होने के कारण बदबू के साथ साथ तमाम छोटे छोटे जीव उत्पन्न हो रहे है जिससे बीमारी के साथ साथ यहाँ बदबू के कारण रहना मुस्किल हो गया है परन्तु जिम्मेदारों को इससे कोई लेना देना नहीं है, एक तरफ जहा पुरे देश में स्वच्छता अभियान चलाकर सहर से लेकर गाँव तक को स्वच्छ बनाया जा रहा है लेकिन बारीगांव कि अगर बात कि जाये तो जिम्मेदारों को साफाई से एलर्जी नजर आ रहा है |
आपको बता दे कि बारीगांव में लगाने वाला यह ऐतिहासिक रामलीला मेला माना जाता है लोगों द्वारा बताया जाता है कि यह मेला आजादी के पहले से लगता चला आर रहा है जो हर वर्ष कि भाति इस वर्ष भी लगा था और आगे भी लगता रहेगा, मेले में लगभग लाखों की भीड़ लगती है जिसको नियंत्रण करने के लिए प्रति वर्ष सैकोड़ो कि संख्या में पुलिस बल मजूद रहती है, इस मेले में लोग काफी दूर दूर से आते हैं तथा मेले का आनन्द लेते हैं, इतना ही नहीं इस प्रकार का मेंला दूर दूर तक देखने को नहीं मिलता है, मेले में हर प्रकार की दुकाने देखने को मिलती है |
अब आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि जिस मेले में लाखों कि भीड़ लगाती वहां उसमे गन्दगी होना स्वभाविक है. लेकिन बड़े शर्म कि बात यह है कि मेला समाप्त होने के कई दिन बाद भी अभी गन्दगी का अम्बार अभी भी लगा हुआ है परन्तु यहाँ सफाई की जिम्मेदारी किसकी है किसी को पता है नहीं है. आखिर जगह जगह लगे हुए कूड़े के ढेर व बिखरे हुए पालीथीन, कागज के तुकडे फलों के छिलके इत्यादि को साफ करने की जिम्मेदारी किसकी है |