#sitapur#कठिना की कछारों में बढ़ा बाघ का कुनबा
यूपी के सीतापुर जनपद के महोली की कठिना नदी की कछारों ने राष्ट्रीय पशु बाघ को अपना दीवाना बना लिया है खीरी के जंगल से भटक कर नदी के रास्ते यहां आने वाले बाघ यहीं के होकर रह गये यहां के वातावरण ने उन्हें इस कदर लुभाया कि बाघों का कुनबा बढ़ता चला गया मौजूदा समय में यहां बाघों की संख्या बढ़कर करीब आधा दर्जन हो गई है जिनमें एक नर बाघ, दो मादा बाघ और दो शावक भी शामिल हैं डीएफओ ने वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट टीम की रिपोर्ट के आधार पर इस बात की पुष्टि की है बाघ का कुनबा बढ़ने की खबर के बाद वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया की तराई बाघ परियोजना के हेड अनिल कुमार नायर बाघ प्रभावित क्षेत्र के अमिरता गांव पहुंचे यहां उन्होंने महोली के क्षेत्रीय वन अधिकारी की मौजूदगी में ग्रामीणों के साथ जागरुकता बैठक की उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों के साथ ट्रेनिंग कैम्प किया इसके बाद उन्होंने श्यामजीरा,कोल्हौरा गांव का स्थलीय निरीक्षण कर बाघ के पगचिह्नों की नापजोख की वन विभाग अभी ग्रामीणों से बाघों की और बाघों से ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए बाघ प्रभावित क्षेत्र में सोलर पावर फेसिंग का प्लान बना रहा है इसमें स्टील के तारों की बैरिकेडिंग कर थोड़ी-थोड़ी देर पर हल्का – हल्का करेंट दिया जाएगा जो जानवरों को झटका तो देगा लेकिन कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा यह सिस्टम सोलर पैनल से संचालित होगा