बिहार में पटना में श्री गौड़ीय मठ मना रहा 90 वां जन्माष्टमी

बिहार में पटना में श्री गौड़ीय मठ श्रील भक्ति सिद्धांत सरस्वती गोस्वामी प्रभुपाद के द्वारा स्थापित चैतन्य महाप्रभु प्रवर्तित और गौड़ीय वैष्णवों द्वारा परिचालित वैष्णव आस्था और जन-जन में शुद्ध कृष्ण भक्ति की चेतना जगाने का मूल केंद्र बताया जा रहा है।
श्री गौड़ीय मठ में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर त्रिदिवसीय कार्यक्रम का आयोजन होगा। पहले दिन 5 सितंबर को सुबह 8 बजे से श्री गौड़ीय मठ की 90वीं जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में नगर संकीर्तन शोभा यात्रा निकाली जाएगी। 6 सितंबर को श्रीकृष्ण जयंती अधिवास संकीर्तन यज्ञ होगा। 7 सितंबर को जन्माष्टमी मनाया जाएगा। इस दौरान पूरे मंदिर को देशी सुगंधित फूलों से भव्य रूप से फूल बंगला बनाकर सजाया जाएगा। भगवान को भी देशी सुगंधित फूलों की सुन्दर हार, माला इत्यादि से सजाया जाएगा। भगवान के लिए श्री धाम वृंदावन से रत्न जडित राजवेश वस्त्र और मुकुट मंगाया गया है। सम्पूर्ण मंदिर को रौलेक्स और बेहतरीन लाइटिंग से सजाया गया है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाने के लिए प्रसिद्ध श्री गौड़ीय मठ में जन्माष्टमी की सभी तैयारियां पूरी हो गयी हैं। जन्माष्टमी श्रीकृष्ण जी को बहुत प्रिय है। इस दिन मंदिर में दर्शन करने इनके उत्सव में भाग लेने और जयकारे लगाने वाले श्रद्धालुओं पर श्रीकृष्ण विशेष कृपा करते हैं।
जन्माष्टमी के दिन श्रद्धालुगण के दर्शन के लिए मंदिर सुबह 5 बजे से 10 बजे तक दोपहर 12:30 से 3 बजे तक, संध्या 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक पुनः रात्रि 12:15 में जन्म आरती के समय पट खुलेगी। हालांकि पूजा एवं प्रसाद चढ़ाने के लिए मंदिर सुबह 5 बजे से दिनभर खुला रहेगा। मंदिर के तरफ से हर सम्भव कोशिश किया गया है कि श्रद्धालुओं को दर्शन और पूजन में कोई परेशानी ना हो। जो श्रद्धालुगण व्रत का पालन करते हैं उन्हें रात्रि जन्म आरती के बाद फलाहार प्रसाद वितरण किया जाएगा।
श्री गौड़ीय मठ का प्रसिद्ध जन्माष्टमी का भव्य मेला 58 सालों से लगातार चलता आ रहा है। यह मेला 4-5 दिनों तक चलती है। इस साल करीब 30 से 35 हजार की संख्या में श्रीकृष्ण प्रेमिक श्रद्धालुगण दर्शन और पूजन के लिए आ सकते हैं। मंदिर के तरफ से सभी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जूता चप्पल रखने की निशुल्क व्यवस्था, प्राथमिक चिकित्सा, भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम शीतल जल, फल-प्रसाद, शीतल हवा इत्यादि की व्यवस्था की गयी है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए घुमावदार पंक्तिबद्ध एंट्री की व्यवस्था की गयी है। श्रद्धालुगण श्रीकृष्ण के जयकारे लगाते हुए उस दिन के अति दुर्लभ दर्शन का बेसब्री से इंतजार करते हैं। जन्माष्टमी के दिन श्री गौड़ीय मठ में श्री कृष्ण जी के दर्शन का अति विशेष महत्व है।
महिला और पुरुष की अलग-अलग लाइन में एंट्री होगी। श्रद्धालुगण अपने छोटे छोटे बच्चे को राधा-कृष्ण के वेश भूषा छवि में सजाकर लाते हैं। बच्चों को इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है। वरिष्ठ नागरिक बुजुर्गों और असमर्थ को दर्शन के लिए विशेष सुविधा दी जाएगी उनके लिए कोई भी लाइन नहीं होगी डायरेक्ट दर्शन कराया जाएगा