बारिश थमने के बाद भी शहर में तबाही का सिलसिला जारी
शिमला। राजधानी में मूसलाधार बारिश थमने के बाद भी तबाही का सिलसिला जारी है। समरहिल और फागली के बाद शहर में अब कृष्णानगर की पहाड़ी दरक गई। यहां हुए भूस्खलन के कारण नगर निगम के चार मंजिला स्लॉटर हाउस समेत छह मकान जमींदोज हो गए। मलबे में दबने से दो लोगों की मौत भी हो गई है।
स्लॉटर हाउस में तैनात मैनेजर नवीन भल्ला उर्फ सोनू और कर्मचारी राजू मलबे की चपेट में आ गए। इनके शव बरामद कर लिए हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार मंगलवार दोपहर करीब 12:00 बजे विष्णू मंदिर इलाके में कुछ मकानों में दरारें पड़ने लगी थीं। यहां देवदार के दो बड़े पेड़ भी खतरनाक हो गए। सूचना मिलते ही स्थानीय पार्षद बिट्टू कुमार नगर निगम के अधिकारियों को लेकर मौके पर पहुंचे। खतरे को देखते हुए तुरंत लोगों को मकान खाली करने को कहा गया। लोगों ने भी खतरे को भांपते हुए मकान खाली करना शुरू कर दिए। दोपहर 4:00 बजे दरारें तेजी से बढ़ गईं जिसके चलते सभी लोगों को यहां से हटने के लिए कहा गया। 5:00 बजे के करीब पहाड़ी दरकने से पेड़ों समेत छह मकान नीचे कृष्णानगर नाले में बने नगर निगम के स्लॉटर हाउस पर जा गिरे। इससे स्लॉटर हाउस भी जमींदोज हो गया। मलबे में दबे दोनों कर्मचारी इसी भवन में थे। ययह बाहर निकल पाते, इससे पहले ही यह मलबे में दफन हो गए।